Poems that connect people

Saturday, August 26, 2017

भोले भक्तो अब सम्हल भी जाओ




नाम राम रहीम हैं लेकिन काम करता है रावण जैसा
बेवकूफ बनाकर लोगो खूब बनाया  इसने पैसा
भोले भक्तो अब सम्हल भी जाओ
एक बलात्कारी से पीछा छुड़ाओ

मुश्किल होगा गुरुनिन्दा सुनना
और सच को स्वीकारना
पर मानना होगा कानून
और अदालत का फैसला

अत्याचार हुआ है स्त्रीओ पर
और गुरमीत अपराधी है
१५ साल तक बचता रहा
मगर अब दंड का भागी है

इक बलात्कारी  से न साथ निभाओ
वो तो मरेगा तुम खुद को बचाओ

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